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उत्तराखंड में शीतकालीन पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा: धार्मिक, एडवेंचर और सांस्कृतिक पर्यटन पर जोर
चंपावत – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर उत्तराखंड में शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। इसके तहत धार्मिक, साहसिक और सांस्कृतिक पर्यटन के साथ-साथ विंटर टूरिज्म को विकसित करने पर जोर दिया जा रहा है।
प्रभारी जिलाधिकारी जयवर्धन शर्मा ने बताया कि चंपावत जिला प्राकृतिक सौंदर्य, धार्मिक स्थलों और ऐतिहासिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध है। अब इसे शीतकालीन पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके तहत जिला प्रशासन ने कई महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों को विकसित करने की योजना बनाई है:
एबट माउंट – स्नो ट्रेकिंग और कैंपिंग हब के रूप में विकसित होगा।
देवीधुरा और लोहाघाट – धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन केंद्र बनेगा।
पंचेश्वर और पूर्णागिरि – धार्मिक पर्यटन और हिमालयी दृश्यों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा।
स्नो ट्रेकिंग, बर्ड वॉचिंग और फोटोग्राफी टूरिज्म – इन गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा।
पर्यटन स्थलों का होगा विकास
पर्यटन स्थलों को अधिक आकर्षक और सुविधाजनक बनाने के लिए सड़कों का सुदृढ़ीकरण, होमस्टे और होटल सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। इसके अलावा, एडवेंचर स्पोर्ट्स की शुरुआत और स्थानीय युवाओं को पर्यटन क्षेत्र में रोजगार के अवसर देने के लिए भी कार्य किया जा रहा है।
आपदा प्रबंधन, मेडिकल सहायता और सुरक्षा व्यवस्था को भी मजबूत किया जा रहा है ताकि पर्यटकों को सुरक्षित और आरामदायक अनुभव मिल सके।
स्थानीय व्यापार और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा
इस पहल से स्थानीय व्यापार को मजबूती मिलेगी और चंपावत शीतकालीन पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनने की ओर अग्रसर होगा। इससे उत्तराखंड की आर्थिक वृद्धि को गति मिलेगी और राज्य को पर्यटन के क्षेत्र में एक नई पहचान मिलेगी।