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पहलगाम आतंकी हमले में पाकिस्तान का हाथ, दो स्थानीय और दो पाकिस्तानी आतंकी शामिल; तीन संदिग्धों के स्केच जारी नई दिल्ली
, 23 अप्रैल 2025: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में बड़ा खुलासा हुआ है। जांच एजेंसियों के अनुसार, हमले में दो पाकिस्तानी और दो स्थानीय आतंकियों की संलिप्तता सामने आई है। सुरक्षा एजेंसियों ने तीन संदिग्ध आतंकियों के स्केच भी जारी कर दिए हैं। हमले में 26 पर्यटकों की मौत और 17 के घायल होने के बाद पूरे देश में गुस्सा और आक्रोश का माहौल है।
सूत्रों के मुताबिक, स्थानीय आतंकियों की पहचान आदिल अहमद ठाकुर और आशिफ शेख के रूप में हुई है। आदिल ठाकुर का संबंध लश्कर-ए-तैयबा से बताया जा रहा है और वह गुरी, बिजबेहड़ा का रहने वाला है। वहीं, आशिफ शेख का जैश-ए-मोहम्मद से संबंध बताया गया है, जो त्राल के मोंघामा मीर मोहल्ला का निवासी है। दोनों पाकिस्तानी आतंकियों के नाम और विस्तृत विवरण भी जल्द सामने आने की संभावना है।
हमले के दौरान आतंकियों ने लगभग 20 मिनट तक एके-47 राइफलों से अंधाधुंध गोलीबारी की थी। जानकारी यह भी मिली है कि कुछ आतंकियों ने बॉडी कैमरा पहन रखा था और हमले की पूरी घटना को रिकॉर्ड किया गया है।
सुरक्षा एजेंसियों की व्यापक कार्रवाई:
घटना के बाद से सेना, एनआईए, जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। बायसरन घाटी और आसपास के इलाकों में हेलीकॉप्टर और ड्रोन से सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर से लेकर दिल्ली तक हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
भारत की सख्त प्रतिक्रिया की संभावना:
पाकिस्तानी आतंकियों की संलिप्तता सामने आने के बाद भारत की ओर से जल्द कोई बड़ा कदम उठाए जाने के संकेत मिल रहे हैं। बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में भी इस मुद्दे पर गंभीर चर्चा हुई। शाम को सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक में हमले के जवाब पर अंतिम फैसला लिया जा सकता है।
प्रधानमंत्री का तत्काल एक्शन:
हमले की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना सऊदी अरब दौरा बीच में छोड़कर भारत लौटने का निर्णय लिया। वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर जाकर पीड़ितों से मुलाकात की और हालात का जायजा लिया।
देशभर में आक्रोश:
देशभर में इस कायराना हमले को लेकर भारी आक्रोश है। सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक लोग आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और जल्द ही कठोर कार्रवाई होगी।