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286 दिनों बाद धरती पर लौटीं भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स, स्पेसएक्स ड्रैगन ने फ्लोरिडा के समुद्र में की सफल लैंडिंग
वॉशिंगटन/नई दिल्ली: भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स 286 दिनों के बाद अंतरिक्ष से धरती पर सफलतापूर्वक लौट आईं। स्पेसएक्स का ड्रैगन यान उन्हें और उनके साथी बैरी "बुच" विल्मोर को लेकर अमेरिका के फ्लोरिडा के समुद्र में तड़के 3:27 बजे (भारतीय समयानुसार) उतरा। नासा ने इस लैंडिंग का सीधा प्रसारण किया और पहली तस्वीरें साझा कीं, जिनमें रेस्क्यू टीम यान को नावों की मदद से किनारे ले जाती नजर आई।
तीसरी अंतरिक्ष यात्रा पर बनाया नया रिकॉर्ड
5 जून 2024 को अपनी तीसरी अंतरिक्ष यात्रा पर गईं सुनीता विलियम्स ने इस मिशन में 286 दिन अंतरिक्ष में बिताए, जिससे वे सबसे ज्यादा समय अंतरिक्ष में बिताने वाली नासा की दूसरी अंतरिक्ष यात्री बन गई हैं। अपने तीनों मिशनों के दौरान वे कुल 608 घंटे (करीब 25 दिन) अंतरिक्ष में रह चुकी हैं।
तीन बार अंतरिक्ष की यात्रा करने वाली खास अंतरिक्ष यात्री
पहली यात्रा (2006-07): सुनीता ने 5 दिसंबर 2006 को अपनी पहली अंतरिक्ष यात्रा (STS-116 मिशन) की, जिसमें वे करीब 193 दिन अंतरिक्ष में रहीं और कई वैज्ञानिक प्रयोग किए।
दूसरी यात्रा (2013): उन्होंने 15 जुलाई 2013 को अपनी दूसरी अंतरिक्ष यात्रा की, जिसमें उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के निर्माण में अहम योगदान दिया।
तीसरी यात्रा (2024-25): इस बार 286 दिनों तक अंतरिक्ष में रहकर उन्होंने नया इतिहास रच दिया।
भारत में जश्न, परिवार ने की पूजा-अर्चना
सुनीता विलियम्स की सुरक्षित वापसी से भारत में भी जश्न का माहौल है। उनके परिजनों ने पूजा-अर्चना कर ईश्वर का आभार प्रकट किया। भारत में उनके प्रशंसकों और वैज्ञानिकों ने इस उपलब्धि को गर्व का क्षण बताया।
अब सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्रियों को नासा के फ्लोरिडा स्टेशन के मेडिकल लैब में ले जाया गया है, जहां उनकी पूरी जांच की जाएगी। इस सफल मिशन ने एक बार फिर भारतीय मूल की अंतरिक्ष वैज्ञानिकों की क्षमता को दुनिया के सामने साबित किया है।