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चंपावत नगर को जल्द मिलेगी मजबूत जलापूर्ति व्यवस्था, कार्य तेजी से जारी
चंपावत, 27 अप्रैल 2025, सूचना विभाग:
चंपावत नगर की जलापूर्ति व्यवस्था को आधुनिक और मजबूत बनाने के लिए कार्यक्रम कार्यान्वयन इकाई (PIU) चंपावत, उत्तराखंड शहरी क्षेत्र विकास अभिकरण (UUSDA) द्वारा व्यापक स्तर पर नए पाइपलाइन नेटवर्क का कार्य तेजी से किया जा रहा है। इस परियोजना का उद्देश्य नगरवासियों को दीर्घकालिक लाभ प्रदान करना है, जिससे भविष्य में निरंतर और गुणवत्तापूर्ण जलापूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी।
तेजी से चल रहे कार्यों के चलते नगर की कई मुख्य सड़कों और आंतरिक मार्गों पर खुदाई की गई है। हालांकि, नागरिकों के सहयोग और धैर्य के कारण कार्य सुचारू रूप से आगे बढ़ रहा है।
लालुवापानी रोड, कनलगांव रोड, गोरलचौड़ रोड समेत कई आंतरिक मार्गों पर पाइपलाइन बिछाने का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। गोरलचौड़ रोड और कनलगांव रोड पर पाइपलाइन बिछाने का कार्य सफलतापूर्वक संपन्न किया गया है। लालुवापानी रोड से सेलाखोला डायवर्जन और गोरलचौड़ रोड पर हाइड्रो टेस्टिंग पूरी कर ली गई है, जबकि कनलगांव रोड पर हाइड्रो टेस्टिंग का कार्य 5 मई तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
फिलहाल, सड़कों पर अस्थायी बहाली GSB सामग्री द्वारा की जा रही है, वहीं लालुवापानी रोड के कुछ हिस्सों पर स्थायी बहाली का कार्य भी प्रारंभ हो चुका है। सभी सड़कों की स्थायी मरम्मत कार्य को मानसून से पूर्व समाप्त करने का लक्ष्य रखा गया है, ताकि नागरिकों को बेहतर यातायात सुविधा प्राप्त हो सके।
परन्तु स्थानीय लोगों के अनुसार नगरवासियों की सुविधा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए कार्य स्थलों पर नियमित जल छिड़काव नहीं किया जा रहा है, जिससे धूल नियंत्रण में है और वातावरण स्वच्छ नहीं बना हुआ है। सड़क मरम्मत कार्य को भी तेजी देने की प्राथमिकता नहीं दी जा रही है तथा गड्ढों की भराई और अस्थायी मरम्मत के लिए निरीक्षण टीमों द्वारा लगातार निगरानी कर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित नहीं की जा रही है।
इसके अतिरिक्त, पर्यावरणीय टीम द्वारा वायु गुणवत्ता, ध्वनि स्तर और अन्य पर्यावरणीय प्रभावों की नियमित निगरानी भी की जा रही है ताकि परियोजना का पर्यावरण पर न्यूनतम प्रभाव पड़े।
UUSDA और जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता नागरिकों की सुरक्षा, सुविधा और उन्हें भविष्य में एक मजबूत, टिकाऊ एवं आधुनिक जलापूर्ति व्यवस्था प्रदान करना है। शीघ्र ही चंपावत नगर एक नई और उन्नत जलापूर्ति प्रणाली से सुसज्जित होगा।